दूर्वा घास में एसा क्या होता है ? Why we all keep Durva Grass in Food the time of Solar Eclip.
दूर्वा घास, जिसे आम तौर पर 'दूब' के नाम से जाना जाता है, भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद में विशेष महत्व रखती है। यह घास न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग की जाती है, बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
सूर्य ग्रहण के दौरान दूर्वा घास का उपयोग
सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन में दूर्वा घास डालने का एक मुख्य कारण यह है कि यह घास विकिरण को अवशोषित करने की क्षमता रखती है। माना जाता है कि ग्रहण के समय निकलने वाली हानिकारक किरणें भोजन को दूषित कर सकती हैं, और दूर्वा घास इन किरणों के प्रभाव को कम करती है। इसके अलावा, आयुर्वेद में दूर्वा घास को शरीर को शुद्ध करने और रोगों से बचाने के लिए भी जाना जाता है।
दूर्वा घास के औषधीय गुण
दूर्वा घास में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। यह पाचन को सुधारने, रक्त को शुद्ध करने और त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है। इसके अलावा, यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती है।