यह एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। इस अभ्यास में, रविवार को छोड़कर हर दिन हाथों और पैरों के नाखूनों और तलवों पर सरसों के तेल की मालिश की जाती है। मालिश करते समय गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है।
यह माना जाता है कि गायत्री मंत्र का जाप मन को शांत करता है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। सरसों का तेल त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होता है। यह भी माना जाता है कि नाखूनों और तलवों पर मालिश करने से शरीर के महत्वपूर्ण बिंदुओं को उत्तेजित किया जाता है।
यह अभ्यास 24 स्थानों पर किया जाता है - 20 नाखून और 4 तलवे। यह संख्या 24 को सार्वत्रिक माना जाता है, जो दिन के 24 घंटों का प्रतीक है।