ज्योतिष शास्त्र में, ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के व्यक्तित्व और व्यवहार को प्रभावित कर सकती है। उदाहरण के लिए, कन्या लग्न में मंगल होने पर व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और निर्णायक हो सकता है। हालांकि, यह कहना कि सभी कन्या लग्न में मंगल वाले लोग एक जैसे होते हैं, गलत होगा। प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली अद्वितीय होती है और इसमें कई अन्य ग्रहों का भी प्रभाव होता है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को आकार देते हैं।