दीपक जलाना भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। दीपक की रोशनी न केवल अंधकार को दूर करती है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रतीक है। दीपक की दिशा का वास्तु शास्त्र के अनुसार बहुत महत्व होता है।
पूर्व दिशा: पूर्व दिशा सूर्योदय की दिशा है और इसे शुभ माना जाता है। दीपक की लौ को पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु में वृद्धि होती है और स्वास्थ्य लाभ होता है।
पश्चिम दिशा: पश्चिम दिशा को भी दीपक जलाने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से मानसिक शांति मिलती है और समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
उत्तर दिशा: उत्तर दिशा धन की देवी लक्ष्मी से जुड़ी हुई है। इस दिशा में दीपक जलाने से धन लाभ होता है।
दक्षिण दिशा: दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है। इस दिशा में दीपक जलाना अशुभ माना जाता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और धन हानि हो सकती है।
दीपक की दिशा का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। पूर्व दिशा में दीपक जलाने से आयु में वृद्धि होती है, पश्चिम दिशा में जलाने से मानसिक शांति मिलती है, उत्तर दिशा में जलाने से धन लाभ होता है और दक्षिण दिशा में जलाने से नुकसान हो सकता है। इसलिए दीपक जलाते समय दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।