वास्तु के अनुसार, विभिन्न गतिविधियों के लिए विभिन्न क्षेत्र:
पूर्व दिशा: यह दिशा सूर्योदय की दिशा होती है और इसे ज्ञान, बुद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है। इस दिशा में अध्ययन कक्ष होना शुभ माना जाता है।
उत्तर दिशा: यह दिशा धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी से जुड़ी हुई है। इस दिशा में तिजोरी या धन रखने के लिए उपयुक्त होती है।
दक्षिण दिशा: यह दिशा यमराज से जुड़ी हुई है। इस दिशा में सोना अशुभ माना जाता है।
पश्चिम दिशा: यह दिशा वायु देवता से जुड़ी हुई है। इस दिशा में रसोई घर होना शुभ माना जाता है।