अक्सर सुनने को मिलता है कि यह अंक किसी के लिए लकी है. दरअसल, ये अंक वास्तु विज्ञान का हिस्सा होते हैं. जी हां, वास्तु शास्त्र किसी विज्ञान से कम नहीं है. खासकर जब बात न्यूमरोलॉजी की आती है. पटना के वास्तु विशेषज्ञ केपी सिंह बताते हैं कि सभी का अपना-अपना एंजल नंबर होता है, जिसे जन्म के साल की मदद से बड़ी आसानी से निकाला जा सकता है.
क्या होता है एंजल नंबर?
अपना लकी नंबर निकालने के लिए जो भी आपके जन्म का साल है, उदाहरण स्वरूप अगर ये 1982 तो इसके सभी अंकों को आपस में (1+9+8+2=20) इस तरह से जोड़ लें. इसका योग 20 आएगा. अगर व्यक्ति पुरुष है तोनिकले हुए योग को भी आपस में (2+0=2) इस तरह से जोड़ लें और उसे 11 से घटा दें. (11-2= 9)
इससे 9 अंक प्राप्त होगा. यही उस पुरुष का एंजल नंबर या लकी नंबर होगा.
वहीं, अगर जातक स्त्री है और उनका भी बर्थ ईयर 1982 है तो प्राप्त योग 20 में 4 और जोड़ दें तो इसके बाद जन्म साल का योग 20 के बजाए 24 हो जाएगा. इसके बाद जन्म साल के योग 24 के अंकों का (2+4=6) इस तरह से योग करके 6 ऐसा करने पर 6 अंक प्राप्त होगा जो उस महिला के लिए ( Angel Number ) लकी नंबर साबित होगा.
बाएं हाथ पर ऐसे लिखें लकी नंबर
पुरुष अपने जन्म के साल के योग को 11 से घटाकर प्राप्त अंक को बाएं हाथ हथेली के बीच वाले भाग पर हरा लिखने वाले कलम से लिखें और उसे घेर दें. वहीं महिला अपने जन्म के साल के योग में 4 अंक जोड़ कर उस प्राप्त अंक को अपने बाएं हाथ की हथेली पर हरे कलम से लिखें और घेर दें. Astro Bhagyaraj Gupt की मानें तो इससे 24 घंटे में ही आपके जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा.