Vaman Jayanti
वामन जयंती:
ज्योतिषाचार्य भाग्यराज गुप्त की ओर से वामन जयंती के पावन अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन भगवान विष्णु के पांचवें अवतार, वामन के जन्म का स्मरण कराता है, जो विनम्रता, भक्ति और अहंकार पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। भगवान वामन का आशीर्वाद आपके जीवन में समृद्धि, शांति और आध्यात्मिक विकास लाए। इस पवित्र दिन पर, आइए हम निस्वार्थता और समर्पण के गुणों पर विचार करें, और उन्हें अपने दैनिक जीवन में अपनाने का प्रयास करें। हम आपको वामन जयंती की शुभकामनाएं देते हैं। हिंदू धर्म में हर साल भाद्रपद शुक्ल द्वादशी को वामन जयंती मनाने की परंपरा है. कहते हैं कि इस दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया था, जो कि श्री हरि के दशावतार में से पांचवा था. भगवान वामन ने तीन कदमों में तीनों लोक नापकर प्रहलाद पौत्र राजा बलि का घमंड तोड़ा था. आइए आज वामन एकादशी पर आपको इसकी पूजन विधि, मुहूर्त और कथा बताते हैं. वामन जयंती की पूजा वामन जयंती पर विष्णु जी के वामन अवतार की पूजा की जाती है. दक्षिणावर्ती शंख में गाय का दूध मिलाकर वामन देव की प्रतिमा का अभिषेक करना चाहिए. भगवान को रोली, मौली, पीले फूल, नैवेद्य अर्पित करें. वामन देव को दही और मिश्री का भोग अवश्य लगाएं. पूजन करने के बाद कथा सुनें और बाद में आरती करें. अंत में चावल, दही और मिश्री का दान कर किसी गरीब या ब्राह्मण को भोजन कराएं.
Vaman Jayanti:
Vaman Jayanti. Astro Bhagyaraj Gupt extends warm wishes to everyone on the auspicious occasion of Vaman Jayanti. This day commemorates the birth of Lord Vishnu's fifth avatar, Vamana, symbolizing humility, devotion, and the triumph of good over ego. May the blessings of Lord Vamana bring prosperity, peace, and spiritual growth to your lives. On this sacred day, let us reflect on the virtues of selflessness and surrender, and strive to embody them in our daily lives. We wish you a blessed Vaman Jayanti.