Vishwakarma Pooja
विश्वकर्मा जयंती:
एस्ट्रो भाग्यराज गुप्त आपको विश्वकर्मा पूजा के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई देते हैं।विश्वकर्मा जयंती का महत्व भगवान विश्वकर्मा को ही सृष्टि का पहला वास्तुकार, शिल्पकार और इंजीनियर माना जाता है। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और नौकरी व व्यापार में उन्नति के योग बनते हैं। साथ ही इस दिन मशीन, औजार और वाहन आदि की पूजा करने से वे कभी बीच काम या वक्त बेवक्त धोखा नहीं देते, जिससे काम आसानी से पूरे हो जाते हैं। साथ व्यापार या निर्माण आदि संबंधित कार्यों में कोई रुकावट नहीं आती है और सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इससे मशीनरी पर खर्च भी कम होता है और पूरा कार्य भी होता है। भगवान विश्वकर्मा ने बनाई हैं ये चीजें भगवान विश्वकर्मा ने ही भगवान शिव का त्रिशूल, विष्णु भगवान का सुदर्शन, रावण की लंका और पुष्पक विमान, जगन्नाथपुरी, यंत्र का निर्माण, विमान विद्या, देवताओं का स्वर्गलोक, हस्तिनापुर, कृष्ण की द्वारिका, इंद्रपुरी आदि कई चीजें तैयार की थीं। भगवान विश्वकर्मा को ही पहला इंजीनियर भी माना जाता है। ब्रह्माजी ने जब सृष्टि की रचना की थी, तब उसके सजाने और संवारने का काम विश्वकर्माजी ने ही किया था। इसी श्रद्धा भाव से किसी कार्य के निर्माण और सृजन से जुड़े लोग विश्वकर्मा जयंती पर पूजा अर्चना करते हैं। विश्वकर्मा जयंती पूजा विधि विश्वकर्मा जयंती पर सुबह जल्दी उठकर स्नान व ध्यान करें और साफ कपड़े पहनें। इसके बाद ऑफिस, दुकान, वर्कशॉप, फैक्ट्री आदि छोटे या बड़े संस्थान की पूरी तरह साफ सफाई करें। साथ ही सभी उपकरण, औजार, सामान, मशीन की भी साफ सफाई करें। फिर पूरी जगह गंगाजल से छिड़काव करें। पूजा के लिए सबसे पहले पूजा स्थल पर कलश स्थापित करें और फिर चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर विश्वकर्मा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें और माला पहनाएं। इसके बाद हाथ में फूल और अक्षत लेकर ध्यान करें। इसके बाद फूल अक्षत लेकर मंत्र पढ़ें और चारो ओर छिड़कें। इसके बाद सभी मशीन व औजार आदि पर रक्षा सूत्र बांधे और प्रणाम करें। फिर भगवान को फल, मिष्ठान आदि का भोग लगाएं। साथ में पूरे संस्थान और मशीन, औजार आदि चीजों की भी आरती करें। पूजन में भगवान विष्णु का भी ध्यान करें और यज्ञ आदि का आयोजन करें। जहां पूजा कर रहे हों, उस परिसर में हर जगह आरती लेकर जाएं और भोग सभी में वितरण कर दें। पूजा के बाद भगवान विश्वकर्मा से सफलता की कामना करें।
Vishwakarma Puja:
Astro Bhagyaraj Gupt extends warm wishes to you all on the auspicious occasion of Vishwakarma Puja. Lord Vishwakarma, revered as the universe's first architect, craftsman, and engineer, is worshipped on Vishwakarma Jayanti for wish fulfillment and career advancement, with devotees cleaning and honoring their tools, machines, and vehicles to ensure their smooth functioning and prevent disruptions in work and business; credited with creating divine objects like Shiva's Trishul and Vishnu's Sudarshan Chakra, as well as mythical cities, Lord Vishwakarma is considered the original engineer who embellished Brahma's creation, leading those in creative and construction fields to perform special puja on this day, which involves early morning rituals, cleaning workplaces and tools, sprinkling Gangajal, establishing a Kalash, placing a Vishwakarma idol, offering flowers and Akshat while chanting mantras, tying Raksha Sutra on equipment, offering fruits and sweets, performing Aarti throughout the premises, meditating on Lord Vishnu, and praying for success in endeavors.