२३ | ४० | २ | ८ |
२ | ३० | ३२ | २ |
३ | ३४ | ५ | १ |
४ | ६ | ३४ | ३४ |
स्त्री
शुक्रवार
से शुरू करें सरसो के तेल से
रोटी पर लिख कर
काले कुत्तो को खिलाये
ॐ | ॐ | ॐ | ॐ |
ॐ | ॐ | ॐ | ॐ |
ॐ | ॐ | ॐ | ॐ |
ॐ | ॐ | ॐ | ॐ |
रविवार
- मूल नक्षत्र भोजपत्र पर लिख कर बायीं भुजा में पीले कपडे में बांधे
ॐ
देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते
देहि
मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणंगत:
पुरुष
ॐ
नारसिंह वीर।। एक
पुत्र माड़।। मर्द
गर्म जातो रहे।।
एक
मासियो।। दो मासियो।। तीन
मासियो।। चो मासियो।।
पञ्च
मासियो।। छठ मासियो।। सत
मासियो।।
अठ
मासियो।। नव मासियो।। दस
मासियो।।
मान
मर्द।। तेरी
शक्ति फुरे।।
कच्चासूत लेकर शरीर की लम्बाई केबराबर नापे सात गुना करे।
उसके
14 वट देकर नौ गाँठ लगाए
हर गाँठ पर एक मंत्र
बोलें।
फिर
108 वार मंत्र बोलकर इस धागे को
अभिमंत्रित करें फिर स्त्री की कमर पर
बांधे।
ऐ नम: ॐ नमो भगवती पद्दो।। छी क्ली ब्लू त्रिट { नाम }
स्त्री अपत्य
हिनाय अपत्य गुण।।
क्षय, सर्वावयव संयुम शोभन।। सुन्दर दीर्घायू पुत्र देही देही माँ
विलम्बय
- विलम्बय स ह्री श्री पधावती।।
मम कार्य
कुरु - कुरु स्वाहा ठ: ठ: ठ: स्वाहा।।
नारियल लेकर
108 सिद्ध करके उसका पानी स्त्री को पिलायें।
पत्नी के
वाज में सोने का पहनायें