शनि गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव ढैय्या से मुक्ति
शनि का गोचर कर्क राशि वालों के लिए सुखमय होने वाला है। ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। गोचर के बाद शनि कर्क राशि वालों के नौवें भाव में गोचर करेंगे। उत्साह बढ़ेगा। कर्मठता में इजाफा होगा। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में सुधार होगा। व्यापारिक परेशानियों में राहत मिलेगी। घर में कलह कम होगी। धर्म-कर्म के प्रति अरुचि हो सकती है। अपने सिद्धान्तों से समझौता न करें। पैतृक सम्पत्ति के मामलों में परेशानी का अनुभव कर सकते हैं। 2026 के उत्तरार्द्ध में शनि व्यवसाय में बड़े लाभ के अवसर प्रदान करेगा। नौकरी में प्रतिकूल परिस्थितियों के साथ स्थानान्तरण हो सकता है। सामाजिक प्रतिष्ठा में इजाफा होगा। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए समय अच्छा रहेगा।
समाधान: शनिवार को कौओं को तेल मिश्रित रोटी खाने को दें। गोशाला और पशु-पक्षियों की सेवा के लिए दान कर सकते हैं।
शनि गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव अष्टम ढैय्या के चलते रहें सतर्क
सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर आठवें भाव में होगा। ऐसे अष्टम ढैय्या में सिंह राशि वालों को सतर्क रहने की जरूरत है। सेहत पर अतिरिक्त ध्यान देना होगा। पारिवारिक जीवन में समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अचानक धन खर्च बढ़ सकते हैं। यह गोचर आपके लिये मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। पारिवारिक मामलों में कुछ परेशानियों का अनुभव करेंगे। आपके क्रोधी स्वभाव के कारण दाम्पत्य सम्बन्धों में कटुता आ सकती है। शत्रु आपके विरुद्ध साजिश रच सकते हैं। बनते हुये कार्यों में रुकावट आने की सम्भावना बन रही है। आय में कमी आ सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अपेक्षा के अनुसार परिणाम मिलने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। नियम-कानून के उल्लंघन से बचें।
समाधान: शिवजी को काले तिल और गङ्गाजल से अभिषेक करें। ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः मंत्र का जप करें। मध्यमा उंगली में घोड़े की नाल का छल्ला पहन सकते हैं।
शनि गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव मिश्रित परिणाम मिलेंगेआपको व्यवसाय में कुछ फायदे होंगे तो नुकसान भी झेलना पड़ेगा। स्वभाव में झुंझलाहट हो सकती है। वेतन में बढ़ोतरी और नौकरी में प्रमोशन आदि सामान्य होंगे। नयी सम्पत्ति में निवेश कर सकते हैं। व्यवसाय में बड़ा निवेश करने के योग बन रहे हैं। परिवार आपका पूरा सहयोग करेगा। अटका हुआ धन वापस मिल सकता है। साझेदारी वाले कार्यों में अनबन हो सकती है। जिनका विवाह नहीं हुआ है उनका विवाह हो सकता है। परिवार में तनाव हो सकता है। अपनी वाणी और व्यवहार में संयम रखें। विद्यार्थियों को मिलेजुले परिणाम मिल सकते हैं।
समाधान: शनिवार को काली माता के मन्दिर में तेल का दीपक लगायें। सोमवार को सातमुखी रुद्राक्ष पहन सकते हैं। भगवान शिव की पूजा करें।
शनि गोचर का तुला राशि पर प्रभाव शुभ होगा शनि गोचरशनि तुला राशि के जातकों के छठे भाव में प्रवेश करेंगे। इससे आपके आय के स्रोत बढ़ेंगे। संतान संबंधी सुख मिलेंगे। परिवार में सुख-शांति रहेगी। नौकरी में वेतन वृद्धि और मनचाहे स्थान पर ट्रांसफर हो सकता है। सन्तान को लेकर कुछ परेशान हो सकते हैं। किसी पर अधिक विश्वास न करें। विदेश में व्यापार कर रहे लोगों को उच्च कोटि की सफलता मिल सकती है। तकनीक क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छी सफलता मिलेगी। बड़ा कर्ज लेने से बचें। छोटे भाई-बहनों को कष्ट हो सकता है। व्यावसायिक बाधाओं में राहत मिलेगी। लाभ बढ़ेगा। पुराने रोगों में सुधार होगा।
समाधान: प्रत्येक मास के पहले शनिवार को तिल का दान करें। भगवान शिव और हनुमानजी की पूजा करें। अच्छा आचरण रखें।
शनि गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव ढैय्या छुटकारासइससे परेशानियों में राहत मिलने की उम्मीद है। व्यापार में विस्तार कर सकते हैं। नया निवेश फायदा दिला सकता है। परिवार में जीवनसाथी के साथ संबंधों में सुधार होगा।समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। आपके गृहस्थ सुख में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्च पद मिलने की सम्भावना बन रही है। नयी सम्पत्ति में निवेश कर सकते हैं। अचानक धन लाभ होने के योग बन रहे हैं। घर में सन्तान हो सकती है। धार्मिक यात्राओं के लिये गोचर शुभ रहेगा। खर्चों में कमी और आय में बढ़ोतरी की संभावना है। सेहत के मोर्चे पर आराम मिलेगा। चिड़चिड़ाहट दूर होगी। कर्ज के जाल से बाहर मिकल सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में फायदा होने के आसार हैं।
समाधान: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें।
शनि गोचर का धनु राशि पर प्रभाव ढैय्या होगी शुरूशनि के मीन राशि में गोचर से धनु राशि वालों की चतुर्थ ढैय्या शुरू होगी। ऐसे में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सेहत को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहें। नियमित स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिवार में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। आलस्य से दूर रहें। विदेश में सम्पत्ति खरीदने का विचार बना सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अनावश्यक खर्चों से आपको बचना चाहिये। माता की सेहत का ध्यान रखें। अधिकारियों के ऊपर नाराज न हों। विवाह के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव रहने की आशंका है। व्यवसाय में बाधाएं आ सकती हैं।
समाधान: विष्णु सहस्रनाम का प्रतिदिन पाठ करें। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और तेल का दीया जलाएं।
शनि गोचर का मकर राशि पर प्रभाव साढ़ेसाती खत्ममकर राशि के जातकों की शनि की साढ़ेसाती खत्म हो रही है। इससे सेहत में सुधार होगा। घरेलू कलेश में राहत मिलेगी। मान-सम्मान में इजाफा होगा। आय के स्रोत में इजाफा हो सकता है। पुराने निवेश से फायदा होगा। प्रमोशन और वेतन वृद्धि हो सकती है। घर में मांगलिक कार्यक्रम हो सकते हैं। कारोबार में बड़ा निवेश कर सकते हैं। घर में नये सदस्यों का आगमन हो सकता है। आपको अनुशासित स्वभाव के कारण सफलता मिलेगी। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी और भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। आपको अत्यधिक खर्च से बचना चाहिये। व्यापार में वृद्धि होने के आसार हैं। शिक्षा में आ रहीं बाधाएं दूर होंगी। मेहनत का उचित फल मिलेगा।
समाधान: पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगायें। वृद्धों और रोगियों की सेवा करें। ऊं शं शनैश्चराय नमः का जप करें।
शनि गोचर का कुम्भ राशि पर प्रभाव साढ़ेसाती का आखिरी चरण होगा शुरूकुंभ राशि के जातकों की साढ़ेसाती का तीसरा चरण यानी आखिरी के ढाई साल का समय शुरू होगा। कुंभ राशि वालों के द्वितीय भाव में शनि गोचर करेंगे। इससे आपको सतर्क रहना होगा। लापरवाही करने पर आर्थिक हानि, दुर्घटना आदि का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य और संयम का परिचय दें। व्यवसाय में वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। यदि आपको कोई रोग है तो आपको समस्या होगी। धन उधार देने से आपको बचना चाहिये। करियर में बड़ा बदलाव करने से बचें। जोखिमपूर्ण निवेश से बचें। करियर में बाधाएं आ सकती हैं। हालांकि परिश्रम करने पर आपको अनुकूल फल मिलेंगे। परिवार में सुख-शांति का माहौल बनाए रखने का प्रयास करें।
समाधान: शनिवार और अमावस्या के दिन गरीब लोगों को भोजन करायें। शनैश्चरी अमावस्या पर छायादान करें।
शनि गोचर का मीन राशि पर प्रभाव साढ़ेसाती का दूसरा चरण होगा शुरूमीन राशि के जातकों की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू होगा। साढ़ेसाती तीन चरण की होती है जिसमें प्रत्येक चरण ढाई साल का होता है। इस वजह से मीन राशि वालों को आलस्य हो सकता है। मानसिक तनाव हो सकता है। व्यवसाय में सतर्कता के साथ आगे बढ़ें। आपकी राशि में शनि के गोचर के कारण आपको सेहत की गम्भीर परेशानियाँ हो सकती है। जीवनशैली में लापरवाही न करें। आत्मविश्वास में कमी न आने दें। इस समय आपको संघर्षशील रहना चाहिये। इस अवधि में आपको महत्वपूर्ण सीख मिलेगी। यात्राओं में परेशानी का अनुभव करेंगे। अचानक बड़े निर्णय लेने से बचें। नए कार्यों की शुरुआत टाल सकते हैं। घर में विवाद की स्थिति हो सकती है। व्यसाय में परेशानियां आ सकती हैं।
समाधान: सरसों के तेल का दान करें। अपने इष्ट देवता के मन्त्रों का अधिकाधिक नाम जप करें। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं। ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः का जप करें।